वाक्यांश या शब्द–समूह के लिए एक शब्द भाग-5
• संध्या के बाद व रात्रि होने के पूर्व का समय— प्रदोष/पूर्वरात्र
• ज्ञान नेत्र से देखने वाला अंधा व्यक्ति— प्रज्ञाचक्षु
• सभा मेँ विचारार्थ प्रस्तुत बात— प्रस्ताव
• हाथ से लिखी गई पुस्तक— पाण्डुलिपि
• किसी परिश्रम के बदले मिलने वाली राशि— पारिश्रमिक
• जिसका स्वभाव पशुओँ के समान हो— पाशविक
• महीने के प्रत्येक पक्ष से संबंधित— पाक्षिक
• किसी विषय का पूर्ण ज्ञाता— पारंगत
• जिसमेँ से आर–पार देखा जा सकता हो— पारदर्शी
• जो परलोक से संबंधित हो— पारलौकिक
• मार्ग मेँ खाने के लिए भोजन— पाथेय
• जिसका संबंध पृथ्वी से हो— पार्थिव
• ज्ञात इतिहास के पूर्व समय का— प्रागैतिहासिक
• स्थल का वह भाग जिसके तीन ओर पानी हो— प्रायद्वीप
• जिसको देखकर अच्छा लगे— प्रियदर्शी
• पीने की इच्छा रखने वाला— पिपासु
• बार–बार कही गई बात— पुनरुक्ति
• जिसका पुनः जन्म हुआ हो— पुनर्जन्म
• पहले किया गया कथन— पूर्वोक्त
• दोपहर से पहले का समय— पूर्वाह्न
• प्राचीन इतिहास का ज्ञाता— पुरातत्त्ववेत्ता
• पीने योग्य पदार्थ— पेय
• पिता एवं प्रपिताओँ से संबंधित— पैतृक
• जो सम्पत्ति पिता से प्राप्त हो— पैतृक सम्पत्ति
• फटे–पुराने कपड़े पहनने वाला— फटीचर
• केवल फलोँ पर निर्वाह करने वाला— फलाहारी
• फल की इच्छा रखने वाला— फलेच्छु
• बुरी किस्मत वाला— बदकिस्मत
• बुरे मिजाज (आचरण) वाला— बदमिजाज
• सूर्योदय से पहले दो घड़ी तक का समय— ब्रह्ममुहूर्त
• जीवन का प्रथम आश्रम— ब्रह्मचर्याश्रम
• बहुत विषयोँ का जानकार— बहुज्ञ
• जिसने सुनकर अनेक विषयोँ का ज्ञान प्राप्त किया हो— बहुश्रुत
• समुद्र मेँ लगने वाली आग— बड़वानल
• जो अनेक रूप धारण करता हो— बहुरूपिया
• बहुत से देवताओँ के अस्तित्व मेँ विश्वास करने वाला मत— बहुदेववाद
• काफी अधिक कीमत का— बहुमूल्य
• अनेक भाषाओँ को जानने वाला— बहुभाषाविद्
• रात का भोजन— ब्यालू/रात्रिभोज
• जिस स्त्री के कोई संतान नहीँ हुई हो— बाँझ
• खाने का इच्छुक— बुबुक्षु
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• किसी भवनादि के खंडित होने के बाद बचे भाग— भग्नावशेष
• भय के कारण बेचैन— भयाकुल
• भाग्य पर भरोसा रखने वाला— भाग्यवादी
• जो भाग्य का धनी हो— भाग्यवान
• दीवारोँ पर बने हुए चित्र— भित्तिचित्र
• जो पृथ्वी के भीतर का ज्ञान रखता हो— भूगर्भवेता
• धरती पर चलने वाला जन्तु— भूचर
• जो पहले था या हुआ— भूतपूर्व
• धरती को धारण करने वाला पर्वत— भूधर
• औषधियोँ का जानकार— भेषज
• प्रातःकाल गाया जाने वाला राग— भैरवी
• सूर्योदय के पहले का समय— भोर
• भूगोल से संबंधित— भौगोलिक
• फूलोँ का रस— मकरंद
• दोपहर का समय— मध्याह्न
• सर्दी मेँ होने वाली वर्षा— महावट/मावठ
• हाथी को हाँकने वाला— महावत
• सुख एवं दुःख मेँ एक समान रहने वाला— मनस्वी
• जिसकी आँखेँ मगर जैसी हो— मकराक्ष
• किसी मत का अनुसरण करने वाला— मतानुयायी
• दो पक्षोँ के बीच मेँ पड़कर फैसला कराने वाला— मखत्राता/यज्ञरक्षक
• जो बहुत ऊँची अकांक्षा/इच्छा रखता हो— महत्वाकांक्षी
• जिसकी बुद्धि कमजोर है— मन्दबुद्धि/मतिमान्द्य
• जिसकी आत्मा महान हो— महात्मा
• किसी चीज के मर्म का ज्ञाता— मर्मज्ञ
• मध्यरात्रि का समय— मध्यरात्र
• मन का असीम दुःख— मनस्ताप
• जहाँ केवल रेत ही रेत हो— मरुस्थल
• माँस आदि खाने वाला— माँसाहारी
• माह मेँ होने वाला— मासिक
• माता की हत्या करने वाला— मातृहंता
• कम खाने वाला— मिताहारी
• कम खर्च करने वाला— मितव्ययी
• जो असत्य बोलता हो— मिथ्यावादी
• जिस स्त्री की आँखेँ मछली के समान होँ— मीनाक्षी
• थोड़ा खिला हुआ फूल— मुकुल
• शुभ कार्य हेतु निकाला गया समय— मुहूर्त
• दिल खोलकर कहना— मुक्तकंठ
• मुद्रा का अधिक चलन/प्रसार— मुद्रास्फीति
• मरणासन्न अवस्थावाला/शक्ति के अनुसार— मुमूषु
• मरने की इच्छा— मुमूर्षा
• मोक्ष की इच्छा रखने वाला— मुमुक्षु
• चुपचाप देखने वाला— मूकदर्शक
• हरिण के नेत्रोँ जैसी आँखोँ वाली— मृगनयनी
• जो मीठी वाणी बोलता हो— मृदुभाषी
• जिसने मृत्यु को जीत लिया हो— मृत्युंजय
• कमल की डंडी— मृणाल
• जो रचना किसी व्यक्ति की अपनी स्वयं की हो एवं नई हो— मौलिक
• जुड़वाँ भाई या बहन— यमल/यमला
• रंगमंच का परदा— यवनिका
• शक्ति के अनुसार करना— यथाशक्ति
• जैसा चाहिए, उचित हो वैसा— यथोचित
• जो यंत्र से संबंधित हो— यांत्रिक
• जब तक जीवन रहे— यावज्जीवन/जीवनपर्यँत
• घूम–घूमकर जीवन बिताने वाला— यायावर
• समाज को नई दिशा देकर नए युग की शुरुआत करने वाला— युगप्रवर्तक
• अपने युग का ज्ञान रखने वाला— युगद्रष्टा
• यज्ञ–स्थान पर स्थापित किया जाने वाला खंभा— यूप
• रात को कुछ भी दिखाई नहीँ देने वाला रोग— रतौँधी
• किसानोँ से भूमि कर लेने वाला सरकारी विभाग— राजस्व विभाग
• राज्य द्वारा आधिकारिक रूप से प्रकाशित होने वाला पत्र— राजपत्र(गजट)
• जिसके नीचे रेखाएँ लगाई गई होँ— रेखांकित
• प्रेम, आनन्द, भय आदि से रोँगटे खड़े होने की दशा— रोमांच
• प्रसन्नता से जिसके रोँगटे खड़े हो गए होँ— रोमांचित
• जो लकड़ी काटकर जीवन बिताता हो— लकड़हारा
• जिसका वंश लुप्त हो गया हो— लुप्तवंश
• लोभी स्वभाव वाला— लुब्ध/लोभी
• जिसे देखकर रोँगटे खड़े होँ जाएँ— लोमहर्षक
• वंश परम्परा के अनुसार— वंशानुगत
• जिसके हाथ मेँ वज्र हो— वज्रपाणि
• बहुत ही कठोर और बड़ा आघात— वज्राघात
• बचपन और यौवन के मध्य की उम्र— वयसंधि
• जिसका वर्णन न किया जा सके— वर्णनातीत
• अधिक बोलने वाला— वाचाल
• सन्तान के प्रति प्रेम— वात्सल्य
• मुकदमा दायर करने वाला— वादी
• भाषण देने मेँ चतुर— वाग्मी
• जिसका वाणी पर पूर्ण अधिकार हो— वाचस्पति
• सामाजिक मानमर्यादा के विपरीत कार्य करने वाला— वामाचारी
• गृह–निर्माण संबंधी विज्ञान— वास्तुविज्ञान
• बाहर के तापमान का असर रोकने हेतु की जाने वाली व्यवस्था— वातानुकूलन
• वह कन्या जिसके विवाह करने का वचन दे दिया गया हो— वाग्दता
• जिसमेँ विष मिला हुआ हो— विषाक्त
• जिस पर विश्वास किया जा सके— विश्वस्त
• जिस विषय मेँ निश्चित मत न हो— विवादास्पद
• जिसकी पत्नी मर चुकी हो— विधुर
• स्त्री जिसका पति मर गया हो— विधवा
• सौतेली माँ— विमाता
• जो दूसरी जाति का हो— विजातीय
• जिस पर अभी विचार चल रहा हो— विचाराधीन
• वह स्त्री जो पढ़ी–लिखी व ज्ञानी हो— विदुषी
• अपना हित–अहित सोचने मेँ समर्थ— विवेकी
• अपनी जगह से अलग किया हुआ— विस्थापित
• जिसके अंदर कोई विकार आ गया हो— विकृत
• जो अपने धर्म के विरुद्ध कार्य करने वाला हो— विधर्मी